मिशन शक्ति : पाँचवें चरण की रिपोर्ट प्रेषित करने के लिए यहां क्लिक करें (सभी परिषदीय और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों को यह फॉर्म भरना है)
पत्राक: GE-01/मिशन शक्ति /6086/2024-25
दिनांक 30.09. 2024
विषयः महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के लिए "मिशन शक्ति पाँचवें चरण" के संचालन हेतु कार्ययोजना के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आगामी शारदीय नवरात्र मिशन शक्ति के अन्तर्गत महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के लिये "मिशन शक्ति पॉचवें चरण" विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है। उक्त के सम्बन्ध में समस्त प्राथमिक, उच्च प्राथमिक/ कम्पोजिट तथा कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में संचालित की जाने वाली कार्ययोजना निम्नवत् हैः-
- अक्टूबर 2024 - नवरात्रि के अवसर पर दिनांक 3 अक्टूबर से 10 अक्टूबर 2024 के मध्य उच्च प्राथमिक/ कम्पोजिट तथा कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों, वार्डेन एवं शिक्षकों के नेतृत्व में छात्र-छात्राओं को बाल अधिकारों, सुरक्षा एवं संरक्षा के सम्बन्ध में यथा-घरेलू हिंसा, बच्चों के साथ होने वाली हिंसा, यौन हिंसा, छेड़-छाड़, सेफ टच अनसेफ टच, हेल्पलाइन नम्बर, बाल-विवाह से नुकसान आदि मुद्दों पर जागरूक किया जाये एवं रैली निकालकर तथा रोचक गतिविधियों के माध्यम से जानकारी प्रदान की जाये।
- अक्टूबर से दिसम्बर 2024- पीएम श्री से आच्छादित 167 विद्यालयों में मीना मेला तथा कैरियर गाइडेंस पर आधारित सत्रों का संचालन किया जाये।
- नवम्बर से दिसम्बर 2024 विद्यालयों में बालिका शिक्षा के महत्व पर बच्चों से चित्रकला, वाद-विवाद, चर्चा-परिचर्चा, बाल-अखबार आदि का निर्माण कराते हुए प्रदर्शनी लगाकर अभिभावकों को बुलाकर प्रतिभाग कराते हुये तथा अभिभावकों की बैठक कर बालिकाओं की शिक्षा के महत्व पर चर्चा करते हुए उन्हें घर में अधिक से अधिक पढ़ने के अवसर देने के लिए जागरूक तथा प्रोत्साहित किया जाये।
- अक्टूबर 2024 से मार्च 2025 प्रोजेक्ट वीरांगना के अंतर्गत उच्च प्राथमिक विद्यालयो की 10 लाख बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण प्रदान करने का लक्ष्य पूर्ण करनें हेतु आवश्यक कार्यवाही की जाये।
- नवम्बर 2024 से मार्च 2025 बालिकाओं को जीवन कौशल का प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु प्रत्येक उच्च प्राथमिक / कम्पोजिट तथा कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों से 01-01 सुगमकर्ताओं को चयनित करते हुये प्रशिक्षित किया जाये। सुगमकर्ता विद्यालय में नियमित रुप से बालिकाओं को प्रशिक्षित एव गाइड करेंगी।
- नवम्बर 2024 से मार्च 2025 समस्त उच्च प्राथमिक तथा कंपोजिट विद्यालयों व केजीबीवी में मीना मंच को सशक्त बनाते हुये बालिकाओं को सेल्फ एस्टीम कार्यकम पर आधारित प्रशिक्षण प्रदान किया जाये। इस हेतु विस्तृत दिशा निर्देश एवं कैलेंडर प्रेषित किये गये हैं।
- अक्टूबर 2024- फरवरी 2025 तक केजीबीवी की बालिकाओं के साथ राज्य स्तर से जलवायु परिवर्तन आधारित जागरुकता सत्रों का ऑनलाइन संचालन किया जा रहा है जिसमें सभी केजीबीवी की प्रतिभागिता अनिवार्य है। इस हेतु अलग से दिशा निर्देश प्रेषित किये गये हैं।
- नवम्बर 2024 से मार्च 2025 पीएम श्री से आच्छादित विद्यालयों में 36772 बालिकाओं को सेनेटरी पैड का वितरण करायें तथा इंसीनरेटर को सक्रिय करते हुये माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर बालिकाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जाये। इस हेतु विस्तृत दिशा निर्देश एवं बजट प्रेषित किये गये हैं।
- अप्रैल-मई 2025 - बच्चों को हमारे कानूनी प्राविधानों यथा शिक्षा का अधिकार, पॉक्सो, बाल-विवाह, दहेज प्रथा, घरेलू हिंसा आदि के बारे में बच्चों को जागरूक किया जाये। इसके अतिरिक्त समस्त समाओं तथा बैठकों में चाइल्ड हेल्पलाइन नम्बर 1098, महिला हेल्पलाइन नम्बर 1090, किसी भी प्रकार का उत्पीडन होने की दशा में पुलिस से सम्पर्क हेतु हेल्पलाईन नम्बर 112 तथा घर पर किसी भी प्रकार की पुलिस सहायता के लिए हेल्पलाइन नम्बर 181 आदि की जानकारी प्रदान करे एवं इन नंबरों को विद्यालयों की दीवार में पेंट करायें। अध्यापक बच्चों को उनके मौलिक अधिकारों के बारे में बतायें। प्राप्त सूचना के आधार पर बच्चों द्वारा एक बाल अखबार तैयार किया जाये।
नियमित संचालित होने वाली गतिविधियों-
- डायट, प्राचार्य के नेतृत्व में नियमित रूप से बालिका शिक्षा को प्रभावित करने वाले स्थानीय महत्वपूर्ण मुद्दों यथा स्वास्थ्य, सुरक्षा-संरक्षा, कानूनी जानकारी, NEP.2020 में उल्लिखित जेण्डर आधारित मुद्दों को चिन्हित करते हुये सेमीनार / वेबिनार आदि का आयोजन कराया जाये।
- प्रत्येक प्राथमिक विद्यालयों में बाल संसद को सक्रिय बनाते हुये सप्ताह के अन्तिम दिन बाल सभा का आयोजन किया जाये। बाल संसद एवं बाल सभा की गतिविधियों में बालक-बालिका एवं दिव्यांग बच्चों को समान रूप से जिम्मेदारी दें। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में नियमित रूप से बालिकाओं के साथ माहवारी स्वच्छता प्रबन्धन के विषय पर चर्चा करें तथा एक्टिविटी बुक के माध्यम से प्रशिक्षित करें।
- शिक्षक-अभिभावक संघ की बैठकों में विधिक साक्षरता, पॉक्सो, जे०जे० एक्ट एवं बाल-विवाह आदि के मुद्दों पर ख्याति प्राप्त महिलाओं के साथ चर्चा कर जागरूकता सत्रों का संचालन किया जाये।
- के०जी०बी०वी० में अध्ययनरत बालिकाओं को जागरूक एवं सशक्त बनाने हेतु नियमित रूप से गतिविधियों का संचालन कराया जाये। बालिकाओं को रोस्टरवार एक दिन का वार्डेन बनाते हुये नेतृत्व क्षमता विकसित की जाये।
- विभिन्न महत्वपूर्ण दिवसों यथा 11 अक्टूबर (अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस), 08 मार्च (अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस) आदि अवसरों पर वाद-विवाद प्रतियोगिता, सांस्कृतिक कार्यक्रम, रैली, प्रभात फेरी, नुक्कड़ नाटक आदि का आयोजन कर समुदाय एवं डायट प्रशिक्षुओं को जागरूक किया जाये। बालिकाओं को निकट के महत्वपूर्ण स्थलों यथा-थाना, पोस्ट ऑफिस, बैंक, रेलवे स्टेशन, हॉस्पिटल, मैट्रो आदि का एक्सपोजर विजिट कराया जाये।
- विभिन्न महत्वपूर्ण दिवसों यथा 11 अक्टूबर (अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस), 08 मार्च (अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस) आदि अवसरों पर वाद-विवाद प्रतियोगिता, सांस्कृतिक कार्यक्रम, रैली, प्रभात फेरी, नुक्कड़ नाटक आदि का आयोजन कर समुदाय एवं डायट प्रशिक्षुओं को जागरूक किया जाये।
- बालिकाओं को निकट के महत्वपूर्ण स्थलों यथा-थाना, पोस्ट ऑफिस, बैंक, रेलवे स्टेशन, हॉस्पिटल, मैट्रो आदि का एक्सपोज़र विजिट कराया जाये।
- प्रत्येक माह के अंतिम शनिवार को उस माह में जन्म लेने वाली सभी बालिकाओं का जन्मोत्सव मनाया जाये।
- विशेष योगदान देने वाली महिलाओं को सम्मानित किया जाये।
- केजीबीवी की बालिकाओं को खेल कूद, गाइड तथा एनसीसी प्रशिक्षण प्रदान किया जाये।
उपर्युक्त बिन्दुओं के अनुसार समयबद्ध रूप से कार्यक्रम का क्रियान्वयन सुनिश्चित कराते हुये मिशन शक्ति को जन अभियान बनाने में अपना शत्-प्रतिशत् योगदान प्रदान करें। साथ ही नियमित रूप से कार्यक्रम की आख्या राज्य परियोजना कार्यालय से प्रेषित गूगल फार्म पर तथा कार्यक्रम का दस्तावेजीकरण, सफलतामूलक कथाएं, मीडिया कवरेज, वीडियोज तथा फोटोग्राफ्स ई-मेल src.kgbv2@gmail.com पर उपलब्ध करायें |