जब बन ही गया मीना का संगठन
इसको मज़बूत करने का वादा करो।
चार दिन की सहेली, सहेली नहीं,
उम्र भर साथ देने का वादा करो।
औरतों के सवालों पर आकर सभी,
खूब चर्चा चलाने का वादा करो।
औरतों के लिए कुछ भी मुश्किल नहीं,
ऐसी हिम्मत जगाने का वादा करो।
दुख किसी बहिन पर कोई आ पड़े,
प्यार की छांव देने का वादा करो।
रौशनी जो फैलाई हमने शिक्षा की,
उसको घर-घर पहुँचाने का वादा करो।
रौशन होगा जहां में हर औरत का दिल,
ऐसी खुशियाँ जगाने का वादा करो।
चैन गैरों की दुनिया में मिलता नहीं,
अपनी दुनिया बसाने का वादा करो।
- आभा भैया